Titre : | PREMI |
Autre titre: | L'amant |
in : | |
Auteurs : | Marguerite Duras, Auteur |
Type de document : | texte imprimé |
Editeur : | Delhi [Inde] : Sambhavna Prakashan, 2023 |
ISBN/ISSN/EAN : | 978-93-92621-73-4 |
Langues: | Français |
Résumé : |
मेरी ज़िन्दगी में बहुत पहले ही बहुत देर हो गयी थी...उम्र ही साढ़े पंद्रह साल और बात है नदी के पार उतरने की...शरीर पर चुम्बन आपको रुला देते हैं। कहें तो वे दिलासा देते हैं। मैं परिवार में नहीं रोती। उस दिन उस कमरे में आँसू विगत के साथ भविष्य को भी सांत्वना देते हैं। ...कामनाओं को आकर्षित करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। ...मुझे आश्चर्य होता है कि इस शांति, इस संकल्प के साथ मेरी माँ द्वारा लगाए गए निषेध के ख़िलाफ़ जाने की ताकत मुझमें कैसे आ गयी। मैं ‘विचार के चरम तक’ पहुँचने में कैसे कामयाब हुई! ...उसका यह विचार पसंद है जिसके तहत उसके अनेक महिलाओं से सम्बन्ध हैं, और मैं नाचीज भी उन औरतों में शामिल हूँ। ...वह प्रेम जिसे वह महसूस नहीं कर पायी थी, क्योंकि वह प्रेम इस संबंध में इस कदर अपने वजूद को खो चुका था जैसे रेत में पानी।’’
इन पंक्तियों से ज़ाहिर होता है कि फ़्रांसीसी लेखिका मारगरित द्यूरास (जरमेन मारगरित मारी दोनादियू / 1914-1996) के इस उपन्यास का मुख्य विषय इच्छा और खुशी की बेबस खोज है। यह यात्रा करीब-करीब नामुमकिन के साथ कुछ ठहराव पाती है। लेकिन फिर से स्वतंत्रता की तलाश में आगे बढ़ती है, जो अक्सर क्षणभंगुर और अप्राप्य है। द्यूरास अपने अंदर के जुनून और प्रेम की प्यास की करुण कहानी कहती हैं। यह कहानी इसलिए भी मानीखेज़ है, क्योंकि लेखिका के लिए दुनियादारी, संबंधों के जीवन अनुभव का उत्स उसके अस्तित्व से जुड़ जाता है। |
Exemplaires (2)
Localisation | Code-barres | Cote | Support | Section | Disponibilité |
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AF Bhopal | BH303755 | LE HIN DUR | Livre | Romans adulte | Libre accès Disponible |
AF Chandigarh | CH301094 | TR R DUR | Livre | Autres langues | Libre accès Disponible |